एक लफ्ज September 15, 2020 की अट्रेक्शन के लिए आँखों मे नशा होना चाहिए, वरना बात तो जमाने से होती है... Read more
एक लफ्ज September 06, 2020 की खत्म हुई फसल रोता किसान, की ये कैसा जलजला है बारिश का की हँसता हुआ किसान अब रोता है... Read more
एक लफ्ज August 27, 2020 की कहु तो क्या कहु की लब पर आती है, बात तुम्हारी की आँखों में कसीस ही ऐसी है तुम्हारी की आग लग जाये दिल में हमारी... Read more
एक लफ्ज August 26, 2020 कि किसी की खूबसूरती को चार चाँद लगाने के लिए, हमे पहले अपने दिल को चार चाँद लगाना पडता है... Read more
एक लफ्ज May 20, 2020 की हाल ए दिल अब क्या बताए साहब , दरिया भी अपना ही है और डूब भी अपन ही रहे हैं...-इम्तियाज पटेल Read more
एक लफ्ज May 06, 2020 की वक्त की रहा में वो भी एक रोडा था, कि हमने भी क्या खूब मंजर देखा था। की देखा था जहाँ को हमने भी क्या खूब सबने हमे भी तो अकेला छोड़ा था...-इम्तियाज पटेल।। Read more
एक लफ्ज May 06, 2020 के हाल है चलना अब क्या बताए साहब, की छालो का दर्द है, और दिल की नफ्जो से बस दूर है...-इम्तियाज पटेल।। Read more