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एक लफ्ज

की वक्त की रहा में वो भी एक रोडा था, कि हमने भी क्या खूब मंजर देखा था। की देखा था जहाँ को हमने भी   क्या खूब सबने हमे भी तो अकेला छोड़ा था...-इम्तियाज पटेल।।

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