Skip to main content

एक लफ्ज

 में भी किसान हु ,तपता भी लू लहु में हु ,
उगता भी हु खिलाता भी हु
दरिया हु दिल का पिघलता भी हु 
क्योकि में एक किसान हु...

Comments

Popular posts from this blog

कमभक्त शक एक मुनाफिक चीज है  जिसे लग जाए  उसे सब्र तक का शक भी हो जाये