नसा होना चाहिये आँखों में अदब का, जमाने में अपनी अलग पहचान बनाने का , नसा होना चाहिये मर्दो का आँखों में अदब का, मर्दो को इस जमाने का सारा जहाँ कहते हैं...
की लिख दु एक पल में खुसी सारी, की कितनी हसीन थी वो बी.कॉम वाली जिंदगी, कि लम्हा दर लम्हा गुजर गया , आंखों के सामने से जैसे एक आधा संसार निकल गया engineering2 ...