एक लफ्ज November 09, 2020 की बदलती बातो में एक अलग ही नशा है,ना सुने तब तक ना जमीन है ना आसमा हैचंद बातो का अपना ही एक अलग मजा है ,फिर वही मुकम्मल अपनी एक अलग सी सजा है... Share Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Labels दर्द Share Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps Comments
एक लफ्ज November 22, 2020 की ये सर्द मौसम में भी हम एक दर्द लिये है , दर्द यू है कि एक नई जैकेट लेना है... Read more
एक लफ्ज November 27, 2020 में भी किसान हु ,तपता भी लू लहु में हु , उगता भी हु खिलाता भी हु दरिया हु दिल का पिघलता भी हु क्योकि में एक किसान हु... Read more
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